Komic: A Detailed Travel Guide in Hindi
कौमिक: हाईएस्ट मोटर व्हीकल विलेज इन द वर्ल्ड

Komic : The highest Inhabitant Village in India
कौमिक हिमाचल प्रदेश के स्पीति घाटी में बसा दुनिया का सबसे उंचा गांव है। यह समुद्र तल से लगभग 15,050 फिट की ऊचाई पर बसा एकलौता गांव है जो पूरी तरह से सड़क मार्ग से जुड़ा है। इस गाँव तक जाने के रास्ते बेहद खूबसूरत के साथ खतरनाक भी हैं। स्पीति की घाटी से गुजरते यहाँ तक जाने के घुमावदार रास्ते आपको काफी रोमांचित करेंगी। बेहद ऊंचाई पर होने के साथ-साथ कौमिक की खासियत यह भी है कि इसका आकार एक बड़े कटोरे जैसा है। गांव पहुंचते ही इसके मुख्य द्वार पर गोंपा मोनेस्ट्री है जो लगभग 500 साल पुरानी है। पूरे वर्ष इस मोनेस्ट्री में दिन दो बार प्रार्थना सभा होती है और इस दौरान औरतें को अंदर जाने की इजाजत नहीं होती। इस मोनेस्ट्री में लामा (मोनेस्ट्री के मॉन्क) भी रहते हैं।

कौमिक घूमने जाने वाले लोगों के लिए समय का ध्यान रखना बेहद खास है, क्योंकि यह गांव साल में 6 महीने पूरी तरह से बर्फ से ढका होता है। यहां जून जैसी भयंकर गर्मी में भी तापमान 7-9 डिग्री ही रहता है। एडवेंचर पसंद करने वालों के लिए यहां कई सारे ऑप्शन हैं। छोटे-बड़े पहाड़, जो हाइकिंग के लिए परफेक्ट हैं जिनकी खूबसूरत तस्वीरें आप अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं।

कब जाएं- Best Time to Visit Komic
वैसे तो यहां का मौसम हमेशा ही ठंडा रहता है लेकिन अप्रैल के मध्य से अगस्त तक आप यहाँ जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। इस दौरान आप यहां की चीज़ों को एक्सप्लोर करने के साथ ही उसे एन्जॉय भी कर सकते हैं।
यहां जाने वाले लोगों के लिए खास नसीहत यह होगी कि पैकिंग करते समय स्लीपिंग बैग, गर्म कपड़े और मजबूत हाइकिंग शूज रखना बिल्कुल भी न भूलें।

कहां घूमें- Things to do
कौमिक में घूमने के लिए Lundup Tsemo Gompa Buddhist Monastery मॉनेस्ट्री, Ku-bum गुफा, पुराना साक्यापा मॉनेस्ट्री, Hikkim village और Lee Gyip जाकर आप इस जगह की खूबसूरती को और करीब से देख सकते हैं।
कहां ठहरें- Where to stay in Komic?
मॉनेस्ट्री के अंदर हॉस्टल और होमस्टे की व्यवस्था होती है जहां एक रात का खर्च 200 रूपए से भी कम होता है।

कैसे जाएं- How to reach Komic Village
अगर आप अपने वाहन से कौमिक जाना चाहे तो आप काजा से होते हुए लगभग 1 घंटे में कौमिक पहुंच सकते हैं। इसके अलावा काज़ा शहर से कौमिक जाने के लिए प्राइवेट टैक्सी भी आसानी से मिल जाती है।
इसके अलावा हफ्ते में दो दिन मंगलवार और शनिवार को बसें भी चलती हैं जो लगभग 90 मिनट में आपको इस खूबसूरत गांव तक पहुंचा देंगी।
Written By – आकांक्षा कुमारी