
Rajgir Travel Guide in Hindi
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 100 किलोमीटर की दुरी पर उत्तर की पहाड़ियों में बसा राजगीर एक प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थल के रूप में पूरे विश्व में लोकप्रिय है। उदयगिरी, विपुलगिरी, रत्नागिरी सोनगिरी और वैभारगिरी जैसी पांच पहाड़ियों से घिरा राजगीर जैन, बौद्ध और हिन्दू धर्मावलंबियों की तीर्थस्थली है। इन सभी पहाड़ियों पर जैन धर्म के मंदिर हैं। जैन धर्म में 11 गंधर्व हुए और उन सभी का निर्वाण राजगीर में हुआ। भगवान महावीर ने ज्ञान प्राप्ति के बाद पहला उपदेश विपुलगिरि पर्वत पर दिया था।
History of Rajgir
इतिहास: बिहार के नालंदा जिले में बसा राजगीर का इतिहास सदियों पुराना है। राजगीर कभी मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी, जिससे बाद मौर्य साम्राज्य का उदय हुआ। राजगीर बह्मा की पवित्र यज्ञ भूमि, संस्कृति और वैभव का केंद्र, जैन तीर्थकर महावीर और भगवान बुद्ध की साधनाभूमि रहा है। इस स्थान का जिक्र ऋग्वेद, अथर्ववेद, तैत्तिरीय पुराण, वायु पुराण, महाभारत, बाल्मीकि रामायण आदि में भी मौजूद है। जैनग्रंथ विविध तीर्थकल्प के अनुसार राजगीर जरासंध, श्रेणिक, बिम्बसार, कनिक आदि प्रसिद्ध शासकों का निवास स्थान था। जरासंध ने यहीं श्रीकृष्ण को हराकर मथुरा से द्वारिका जाने को विवश किया था।
Rajgir: A sacred religious site
धार्मिक स्थल: राजगीर हिन्दू, जैन और बौद्ध तीनों धर्मो के धार्मिक स्थल हैं। खासकर बौद्ध धर्म का इस स्थान से काफी प्राचीन संबंध है। यहाँ भगवान बुद्ध न सिर्फ कई वर्षो तक यहां ठहरे थे, बल्कि उन्होंने कई महत्वपूर्ण उपदेश भी राजगीर की धरती पर दिए थें। भगवान बुद्ध के उपदेशों को यहीं लिपिबद्ध किया गया था और पहली बौद्ध संगीति भी यहीं हुई थी।
राजगीर शांति और सौहार्द का स्तंभ है जो आज भी प्राचीनकाल के अवशेष से भरा पड़ा है। भगवान महावीर ने अपना प्रथम प्रवचन राजगीर के विपुलागिरि नामक स्थान पर प्रारंभ किया था।
पर्यटक स्थल: Rajgir Attractions
राजगीर की उंचें पहाड़ों की प्राकृतिक सौंदर्य और हरे-भरे जंगलों के मनोरम दृश्यों को देखने यहाँ पर्यटक देश-विदेश से आते हैं।
Nature Safari in Rajgir – नेचर सफारी: हाल हीं में राजगीर में बिहार सरकार के द्वारा नेचर सफारी का उद्घाटन किया गया है। इस नेचर सफारी का मजा मात्र ₹50 में लिया जा सकता है। 500 हेक्टेयर तक की क्षेत्रफल में फैली नेचर सफारी कए चारों तरफ हरियाली और पहाड़ों के बीच से गुजरते रास्ते इस सफर के रोमांच को दोगुना बढ़ा देने वाले हैं। सफारी के अंदर जाने के बाद आप कई तरह की एक्टिविटीज जैसे ग्लास स्काई वॉक, सस्पेंशन ब्रिज, जीप लाइन/फ्लाइंग फॉक्स, राइफल शूटिंग, वॉल क्लाइम्बिंग ,आर्चरी जैसी चीजें करने का मजा ले सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे आपको हर एक्टिविटीज करने के अलग टिकट लेने होंगे।
Glass skywalk bridge in Rajgir: ग्लास स्काईवॉक
नेचर सफारी के साथ-साथ हाल ही में राजगीर में ग्लास स्काईवॉक शुरुआत की गई है। 200 फीट की ऊंचाई पर बने ग्लास ब्रिज यानी शीशे का पूल फिलहाल यहां आने वाले पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा स्थान माना जा रहा है। यहां से आप पूरे राजगीर का नजारा देख सकते हैं। ग्लास ब्रिज पर जाने के लिए पर्यटकों को 125 रुपए की टिकट लेनी होगी।
Griddhakuta Hill Rajgir: गृद्धकूट पर्वत
भगवान महात्मा बुद्ध गृद्धकूट पर्वत पर बैठकर लोगों को कई महत्वपूर्ण उपदेश दिए थे। यहाँ जापान के बुद्ध संघ ने इसकी चोटी पर एक विशाल शांति स्तूप का निर्माण करवाया है जो पर्यटकों के आकर्षण का मूख्य केंद्र है। स्तूप के चारों ओर बुद्ध की चार प्रतिमाएं स्थपित हैं जिसमें भागवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति, ध्यान, शयन, और उपदेश की मुद्रा में स्थापित हैं। यह स्तूप ‘शांति स्तूप’ के नाम से विश्व प्रसिद्ध है।
Venu Van, Rajgir – वेणुवन- बांसों के वन में बसे वेणु विहार को उस समय के राजा बिम्बसार ने भगवान बुद्ध के रहने के लिए बनवाया था। विणु विहार बहुत ही खूबसूरत जगह है।
गर्म जल के झरने-वैभव पर्वत की सीढि़यों पर मंदिरों के बीच गर्म जल के कई झरने (सप्तधाराएं) हैं जहां सप्तकर्णी गुफाओं से जल आता है। इन झरनों के पानी में कई चिकित्सकीय गुण होने के प्रमाण मिले हैं। पुरुषों और महिलाओं के नहाने के लिए 22 कुंड बनाए गए हैं। इनमें ब्रह्मकुंड का पानी सबसे गर्म होता है।
स्वर्ण भंडार- यह स्थान प्राचीन काल में जरासंध का सोने का खजाना हुआ करता था। कहा जाता है कि अब भी इस पर्वत की गुफा के अंदर बहुत सोना छुपा है और पत्थर के दरवाजे पर उसे खोलने का रहस्य भी किसी गुप्त भाषा हस्त शिल्प है।
जैन मंदिर-पहाड़ों के बीच बने 26 जैन मंदिरों को दूर से देखा जा सकता है। क्योंकि वहां पहुंचने का रास्ता काफी जटिल है।
Getting there: कैसे पहुंचें
राजगीर जाने के लिए सड़क, रेल और हवाई यातायात की सुविधा है। सड़क परिवहन द्वारा राजगीर जाने के लिए पटना, गया, दिल्ली से बस सेवा उपलब्ध है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम पटना से राजगीर के लिए टूरिस्ट बस एवं टैक्सी सेवा भी उपलब्ध करवाता है। वायुमार्ग से पहुंचने के लिए निकटतम हवाई-अड्डा पटना है जो 107 किमी की दूरी पर है। रेल मार्ग के लिए पटना एवं दिल्ली से सीधी रेल सेवा उपलब्ध है।